
प्रमुख क्रिप्टो अधिकारियों के साथ ट्रम्प के क्रिप्टो समिट से क्या उम्मीद करें
संयुक्त राज्य अमेरिका का क्रिप्टो के साथ संबंध एक बड़े मोड़ पर है। 7 मार्च को, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पहला व्हाइट हाउस क्रिप्टो समिट आयोजित करेंगे, जो राजनीति और डिजिटल संपत्ति जगत—दोनों के लिए ऐतिहासिक क्षण है। यह अमेरिका को दुनिया की “क्रिप्टो राजधानी” बनाने की ट्रम्प की सतत पहल का चरम है, जिसे प्रमुख क्रिप्टो अधिकारियों और विधायकों का समर्थन तेज़ी से मिल रहा है।
अमेरिकी क्रिप्टो नियमन का नया दौर
राजनीति में वापसी के बाद से, ट्रम्प ने स्पष्ट किया है कि वे डिजिटल संपत्तियों की जिम्मेदार वृद्धि और उपयोग का समर्थन करना चाहते हैं। उनकी प्रशासनिक पहलें ऐसे डिजिटल अर्थतंत्र को आकार देने की प्रतिबद्धता दर्शाती हैं जो नवाचार को बढ़ावा दे, पर विकेंद्रीकरण को दबाए नहीं।
पिछले रविवार उन्होंने घोषणा की कि पाँच प्रमुख क्रिप्टो—बिटकॉइन, एथेरियम, एक्सआरपी, सोलाना और कार्डानो—को एक नए अमेरिकी रणनीतिक आरक्षित में शामिल किया जाएगा। विचार सरल पर साहसिक है: इन अग्रणी परिसंपत्तियों को आर्थिक भविष्य का हिस्सा बनाकर अमेरिका को वैश्विक क्रिप्टो इकोसिस्टम में प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित करना। ट्रम्प प्रशासन का लक्ष्य ऐसा व्यापक नियामकीय ढाँचा है जो विकास का समर्थन करे और आर्थिक स्वतंत्रता की रक्षा भी।
व्हाइट हाउस समिट में उद्योग के प्रमुख चेहरों को एकजुट किया जाएगा ताकि क्रिप्टो विनियमन का ढाँचा बनाते हुए आर्थिक स्वतंत्रता की सुरक्षा भी सुनिश्चित हो। यह मंच बाज़ार की स्थिरता और सुरक्षा बनाए रखते हुए वृद्धि को प्रोत्साहित करने पर चर्चा करेगा। यह केवल “बौद्धिक मुलाक़ात” नहीं, बल्कि अमेरिका के लिए डिजिटल वित्त में वैश्विक नेतृत्व पुख्ता करने का अवसर है।
कौन आएगा—और क्यों मायने रखता है?
अतिथि सूची पूरी तरह तय न भी हुई हो, कई दिग्गज अपना आना पक्का कर चुके हैं। उपस्थित लोगों में प्रभावशाली संस्थापक, CEO और निवेशक होंगे—जिनके निर्णयों ने ब्लॉकचेन तकनीक की दिशा तय की है।
घोषित नामों में Coinbase के Brian Armstrong, Exodus के CEO JP Richardson, Ripple के CEO Brad Garlinghouse, Chainlink के सह-संस्थापक Sergey Nazarov, और Michael Saylor (Executive Chairman, Strategy) शामिल हैं। Robinhood के CEO Vlad Tenev ने भी X पर संदेश देकर संकेत दिया है। ये लोग केवल दर्शक नहीं, बल्कि अमेरिका में क्रिप्टो के भविष्य पर होने वाली चर्चा के प्रमुख खिलाड़ी होंगे।
ट्रम्प प्रशासन का प्रतिनिधित्व शीर्ष अधिकारियों द्वारा होगा—जैसे David Sacks (ट्रम्प के क्रिप्टो ज़ार) और Bo Hines (Executive Director, President’s Working Group on Digital Assets)। उनकी मौजूदगी नीति-निर्माताओं और क्रिप्टो उद्योग के बीच सेतु बनाने की ठोस प्रतिबद्धता दर्शाती है।
समिट से क्या हासिल होगा?
बड़ा सवाल है: इस बहुचर्चित समिट से क्या अपेक्षा रखें? अभी तक के आधिकारिक वक्तव्यों का फोकस नियमन पर है, पर कुछ और अहम मुद्दे भी केंद्र में रहने की संभावना है:
- नियामकीय ढाँचा: स्पष्ट, उद्योग-विशिष्ट नियमों की नींव रखना—ताकि निवेशकों की सुरक्षा होते हुए नवाचार को बढ़ावा मिले।
- क्रिप्टो रणनीतिक आरक्षित: इस आरक्षित पर और चर्चा; बिटकॉइन, एथेरियम, एक्सआरपी जैसे क्रिप्टो व्यापक आर्थिक परिदृश्य में कैसे फिट होते हैं।
- Stablecoin और CBDC: stablecoin विनियमन पर चर्चा और अमेरिकी CBDC की शुरूआत के प्रति सख़्त असहमति।
- अपनाने को प्रोत्साहन: कर-मुक्त क्रिप्टो लेनदेन और अन्य प्रोत्साहन—ताकि व्यापक अपनाने को गति मिले।
जैसे-जैसे समिट नज़दीक आती है, सबकी निगाहें व्हाइट हाउस पर होंगी—देखने के लिए कि ट्रम्प प्रशासन नियमन और नवाचार के बीच संतुलन कैसे बनाता है। क्रिप्टो जगत उत्सुक है कि क्या यह ऐतिहासिक आयोजन सच में ब्लॉकचेन और डिजिटल संपत्तियों में अमेरिकी नेतृत्व के नए युग की आधारशिला रख पाएगा।
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